
हम सब बैंकाक घूमने गए थे। वहाँ फनेरियम करके 10,000 स्कवेयर फीट का बच्चों का एक प्ले एरिया है। जो रबर, लैदर, और नेट से पूरी तरह से ढका हुआ है।
9 जून, 2018 : सुबह साढ़े ग्यारह के करीब हम वहाँ पहुँचे और डेढ़ बजे के करीब मेरे बेटे का आई- फोन 7 वहाँ कही गिर गया। एक भारतीय महिला पिछले आधे घंटे से उसके साथ थी, इसलिए पहला शक उसी पर गया कि हो न हो मोबाईल उसी ने लिया है। हमने फनेरियम के कर्मचारी को बुलाकर उसकी जाँच करने को कहा। परंतु उसके बैग से कुछ नहीं मिला। मोबाईल ट्रेसिंग डिवाईस दिखा रहा था कि आस-पास ही है, पर 600 बच्चों के खेलने की आवाज में, मोबाइल की बीप हमें सुनाई नहीं दे रही थी।
मेरे बेटे ने मुझे चुनौती देते हुए कहा कि, माँ, यदि आज कल्कि जी मोबाईल दिलवा दें तो मान जाऊंगा। मैंने उससे कहा कि क्या बात करते हो? कल्कि जी क्या तुम्हारा मोबाईल खोजने यहाँ आएंगे ? तब उसने कहा कि मोबाईल उतना जरूरी नहीं हैं जितना कि उसका डाटा। उसने कहा कि यदि उसका मोबाईल मिल गया तो वह कल्कि भक्त बन जाएगा।
तब मैंने हाथ जोड़कर प्रभु से प्रार्थना की कि, "हे कल्कि आप मेरे साथ हो, इसका मुझे कोई प्रमाण नहीं चाहिए। पर मेरा बेटा अभी नया कल्कि भक्त है। यदि आप इसे यह मोबाइल दे देगें तो यह आजीवन आपका कट्टर भक्त बन जाएगा। इसलिए इस पर कृपा करें।
मैंने निम्नलिखित संकल्प निकालेः
भैरों बाबा ₹ 100
योगमाया महारानी ₹ 20
दुर्गा जी की योगनियां ₹ 100
हनुमान जी की योगी-योगनियां ₹ 129
गंगा माँ ₹ 20
कल्कि जी का सामूहिक ₹ 50
गणेश जी का ₹ 20
हनुमान जी का ₹ 20
प्रभु श्री कल्कि जी की कृपा से पूरा फनेरियम का स्टॉफ मोबाइल ढूंढने मे लग गया। शाम 7 बजे तक भी मोबाइल नहीं मिला। इधर फनेरियम बंद होने का समय भी हो रहा था। मैं आखिरी बार हाऊस कीपिंग स्टॉफ के पास गई और उनसे कहा कि अब मैं अपने होटल के लिए निकल रही हूँ और कल हम भारत वापिस चले जाएंगे। यदि आप लोगों को मोबाइल मिलता है तो मेरे ई. मेल पर सूचित कर दीजिएगा।
इधर आधे घंटे बाद मैं अपने होटल पहुँची, उधर फनेरियम के स्टॉफ का फोन आया कि मोबाइल मिल गया है। हम सब तुरंत वहाँ के लिए रवाना हो गए। वहाँ पहुँचने पर सब स्टॉफ के लोगों ने मिलकर हमें हमारा मोबाइल वापिस किया, और वह जगह भी दिखाई जहाँ हमारा मोबाइल उन्हें मिला था। लैदर की दो परतों के भीतर उस मोबाईल का पाए जाना, मैजिक के अलावा कुछ नहीं था। पर वो मेरे श्री कल्कि का मैजिक था।
पुराने भक्त की लाज रखने और नए भक्त का विश्वास जमाने वाला मैजिक। उसी समय यह वाणी अनुभव हुआ कि -
"इसका क्रेडिट कही तू मत ले लियो, और मेरे हर भक्त तक इस घटना को पहुँचा।"
लेखिका रश्मि गनेरीवाल 9831273015 (कोलकाता)