श्वांस में सुमरन समा गया श्वांस में सुमरन समा गया जब नाम हरि का जपा गया सब ऋषि मुनि और योगी जन जब मन का अन्धेरा मिटता चला हरि नाम की धुन में हुए मगन साक्षात् हुए प्रभु के दर्शन सुख उपजा दुख चला गया जब नाम हरि का जपा गया